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सपना
एक रात सपने में मैंने
टिचर को आते देख लिया,
हाथ में छड़ी, आखों मैं ऐनक
नाक चढ़ाते जैसे ही
कक्षा में प्रवेश किया।
आते ही सर ने मैथ पढ़ाया दया
पर प्लस क्रस मैं समझ न पाया,
माइनस प्लस में गलत कर डाला
सर ने पहनाया फूलों की माला।
कमबख्त मैथ होता ही ऐसा
टेंशन के साथ देती है जोरदार समस्या।
टिचर को आते देख लिया,
हाथ में छड़ी, आखों मैं ऐनक
नाक चढ़ाते जैसे ही
कक्षा में प्रवेश किया।
आते ही सर ने मैथ पढ़ाया दया
पर प्लस क्रस मैं समझ न पाया,
माइनस प्लस में गलत कर डाला
सर ने पहनाया फूलों की माला।
कमबख्त मैथ होता ही ऐसा
टेंशन के साथ देती है जोरदार समस्या।
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