#जंजीरें
#जंजीरें
जंजीरें तरह-तरह से बांधे रखना चाहती हैं इंसान को
ये जंजीरें दिखाई नहीं देतीं
जो तन और मन को बांधे रखने के लिए आविष्कृत की गई हैं
मन से वही सोचना होता है
जो स्वीकृत है नियमों और कायदों के अनुसार
परन्तु मन तोड़ देता है जंजीरें और वह भी सोच लेता है
जो अस्वीकृत है नियमों और कायदों के अनुसार
मन को कौन बाँध सका है जंजीरों में
जंजीरें बनाने वालों को पता भी नहीं चलता और मन उन जंजीरों को तोड़कर
फुर्र से वहीं उड़कर पहुँच जाता है जहाँ जाना चाहता है
तन को कौन बाँध लेगा जंजीरों में जब तक मन उसे बाँधना न चाहेगा
जब चाहेगा तोड़ देगा जंजीरों को जब भी मन स्वीकृति दे देगा
ये अप्रत्यक्ष न दिखाई देने वाली जंजीरें बड़ी मज़बूत होती हैं
इन्हें तोड़ना आसान नहीं होता लेकिन नामुमकिन भी नहीं होता
वो तोड़ ही देता है जिसे इन्हें तोड़ना होता है
ज़माने को पता भी नहीं चलता और एक विद्रोह,एक क्रांति हो जाती है
और ऐसे न जाने कितने विद्रोह और क्रांतियाँ होते ही रहते होंगे हमारे चारों ओर
हर ख़बर प्रचारित हो यह ज़रूरी तो नहीं
हर ज़ंजीर टूटी हुई दिखाई दे यह ज़रूरी नहीं
जंजीरों को तोड़ते रहना ज़रूरी है मनुष्य को गुलामी की जंजीरों में बंधने से बचाने के लिए ।
© Geeta Yadvendu
जंजीरें तरह-तरह से बांधे रखना चाहती हैं इंसान को
ये जंजीरें दिखाई नहीं देतीं
जो तन और मन को बांधे रखने के लिए आविष्कृत की गई हैं
मन से वही सोचना होता है
जो स्वीकृत है नियमों और कायदों के अनुसार
परन्तु मन तोड़ देता है जंजीरें और वह भी सोच लेता है
जो अस्वीकृत है नियमों और कायदों के अनुसार
मन को कौन बाँध सका है जंजीरों में
जंजीरें बनाने वालों को पता भी नहीं चलता और मन उन जंजीरों को तोड़कर
फुर्र से वहीं उड़कर पहुँच जाता है जहाँ जाना चाहता है
तन को कौन बाँध लेगा जंजीरों में जब तक मन उसे बाँधना न चाहेगा
जब चाहेगा तोड़ देगा जंजीरों को जब भी मन स्वीकृति दे देगा
ये अप्रत्यक्ष न दिखाई देने वाली जंजीरें बड़ी मज़बूत होती हैं
इन्हें तोड़ना आसान नहीं होता लेकिन नामुमकिन भी नहीं होता
वो तोड़ ही देता है जिसे इन्हें तोड़ना होता है
ज़माने को पता भी नहीं चलता और एक विद्रोह,एक क्रांति हो जाती है
और ऐसे न जाने कितने विद्रोह और क्रांतियाँ होते ही रहते होंगे हमारे चारों ओर
हर ख़बर प्रचारित हो यह ज़रूरी तो नहीं
हर ज़ंजीर टूटी हुई दिखाई दे यह ज़रूरी नहीं
जंजीरों को तोड़ते रहना ज़रूरी है मनुष्य को गुलामी की जंजीरों में बंधने से बचाने के लिए ।
© Geeta Yadvendu