...

8 views

गुज़ारिश
दीवारों दरख़्त में भी घोसले बना करते है , अपनों की चाहत में हम भी रोया करते है । कभी फुर्सत मिले तो इन आसुओं की वजह भी जान लेना , हम औरो से क्या गुज़ारिश करे । जब बिछड़ने के बाद भी हम तुम्हारी याद में तड़पा करते है ।