होली आई ,तुम ना आए।
होली आई ,तुम ना आए,
कैसे ये हालात हुए।
देख-देख तेरी तस्बीरें,
बेकाबू जज़्बात हुए।
कोई आया लगा गया ,
माथे गुलाल का टीका।
तेरे रंग को आँखें तरसे,
बिन तेरे सब फीका।
नयन रहे बेचैन रात भर,
दिल पर बज्राघात हुए।
देख-देख तेरी तस्बीरें,
बेकाबू जज़्बात हुए।
हम तो समझ रहे मजबूरी,
दिल को कैसे समझाएं।
तेरा अक्श बने पल-पल में,
तेरी यादें तड़पाएं।
अब तो आ जा ओ बेदर्दी,
सब हमजोली साथ हुए...।
देख-देख तेरी तस्बीरें,
बेकाबू जज़्बात हुए।
होली आई ,तुम ना आए,
कैसे ये हालात हुए।
देख-देख तेरी तस्बीरें,
बेकाबू जज़्बात हुए।
© 💕ss
कैसे ये हालात हुए।
देख-देख तेरी तस्बीरें,
बेकाबू जज़्बात हुए।
कोई आया लगा गया ,
माथे गुलाल का टीका।
तेरे रंग को आँखें तरसे,
बिन तेरे सब फीका।
नयन रहे बेचैन रात भर,
दिल पर बज्राघात हुए।
देख-देख तेरी तस्बीरें,
बेकाबू जज़्बात हुए।
हम तो समझ रहे मजबूरी,
दिल को कैसे समझाएं।
तेरा अक्श बने पल-पल में,
तेरी यादें तड़पाएं।
अब तो आ जा ओ बेदर्दी,
सब हमजोली साथ हुए...।
देख-देख तेरी तस्बीरें,
बेकाबू जज़्बात हुए।
होली आई ,तुम ना आए,
कैसे ये हालात हुए।
देख-देख तेरी तस्बीरें,
बेकाबू जज़्बात हुए।
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