...

2 views

बादल राग
बादलों से छान कर सूरज को पिघलाया है
मृदा की नमी को समेट इतर बनाया है
लगा कर पतवार अपने भी हिस्से की
सरपट बादलों को उड़ाया है
तब जाकर बादल बूंदों का
कारोबारी कहलाया है