“कुछ भी तय नहीं है”
कुछ भी तय नहीं है
ना तेरा आना
ना तेरा वादा निभाना
ना मेरे सब्र का इम्तिहान
ना मेरी आशाओं का मान
कुछ भी तय नहीं
तेरा मेरे प्रति प्यार
मेरी असीमित...
ना तेरा आना
ना तेरा वादा निभाना
ना मेरे सब्र का इम्तिहान
ना मेरी आशाओं का मान
कुछ भी तय नहीं
तेरा मेरे प्रति प्यार
मेरी असीमित...