मुझे अच्छा नहीं लगता है
जब कोई मुझे पहली नजर मे खूबसूरत कह देता है न
तो मुझे बिल्कुल भी अच्छा नहीं लगता,
क्योंकि ऐसा लगता है की जैसे उन्होंने मेरे चेहरे को सुंदर तो कह दिया है
लेकिन मेरे दिल के बारे में जानने के उन्हें कोई दिलचस्बी नही है।।
जब कोई मुझसे मेरी कविताओं के कारण इश्क करता है
तो मुझे अच्छा नहीं लगता है
ऐसा लगता हैं जैसे मेरे जज्बातों को किसी ने जीने का जरिया बना लिया है
लेकिन मेरे हालत जानने में उन्हें कोई दिलचस्बी नही है।।
जब कोई मुझसे बहुत सवाल करता है
तो मुझे अच्छा नहीं लगता है
वैसे सवाल जब लोग तब करते है जब जवाब देना चाहे
लेकिन मेरी हकीकत जानने में उन्हें कोई दिलचस्बी नही है।।
जब कोई मुझसे पूछता है की मैं कैसा हूं
तो मुझे अच्छा नहीं लगता,
तब जब वो पूछने वाला मेरा कोई अपना होता है
अगर अपने ही लोगों को हाल पूछना पड़े
तो उन्हें बताने में मुझे कोई दिलचसबी नही है।।
#पौराणिककथाओंकीपुनरवृत्ति
#wri
© Amrit y #WritcoQuote
तो मुझे बिल्कुल भी अच्छा नहीं लगता,
क्योंकि ऐसा लगता है की जैसे उन्होंने मेरे चेहरे को सुंदर तो कह दिया है
लेकिन मेरे दिल के बारे में जानने के उन्हें कोई दिलचस्बी नही है।।
जब कोई मुझसे मेरी कविताओं के कारण इश्क करता है
तो मुझे अच्छा नहीं लगता है
ऐसा लगता हैं जैसे मेरे जज्बातों को किसी ने जीने का जरिया बना लिया है
लेकिन मेरे हालत जानने में उन्हें कोई दिलचस्बी नही है।।
जब कोई मुझसे बहुत सवाल करता है
तो मुझे अच्छा नहीं लगता है
वैसे सवाल जब लोग तब करते है जब जवाब देना चाहे
लेकिन मेरी हकीकत जानने में उन्हें कोई दिलचस्बी नही है।।
जब कोई मुझसे पूछता है की मैं कैसा हूं
तो मुझे अच्छा नहीं लगता,
तब जब वो पूछने वाला मेरा कोई अपना होता है
अगर अपने ही लोगों को हाल पूछना पड़े
तो उन्हें बताने में मुझे कोई दिलचसबी नही है।।
#पौराणिककथाओंकीपुनरवृत्ति
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© Amrit y #WritcoQuote