कर्ण
कवज कुन्डल दान कर के
वेदना से गुजर रहा हूँ
समर का में शूर बन कर
हृदय से बहुत भर रहा हूँ
आह अथह वेदनाए
उत्पन्न हुई सम्भावनाऐ
वेदना से गुजर कर मैं
वेदनाए भर रहा हूँ
© Satyam Dubey
वेदना से गुजर रहा हूँ
समर का में शूर बन कर
हृदय से बहुत भर रहा हूँ
आह अथह वेदनाए
उत्पन्न हुई सम्भावनाऐ
वेदना से गुजर कर मैं
वेदनाए भर रहा हूँ
© Satyam Dubey
Related Stories