#उड़ान हौसलों की
तल्ख़ियाँ इस ज़माने की तुझे हताश कर देंगी,
नहीं टूटेगा फिर भी तू, प्रण यह आज तू कर ले।
बुझाने को तेरे दीपक कई तूफ़ान उमड़ेंगे,
मोड़ने को तू...
नहीं टूटेगा फिर भी तू, प्रण यह आज तू कर ले।
बुझाने को तेरे दीपक कई तूफ़ान उमड़ेंगे,
मोड़ने को तू...