जीवन की सच्ची खुशी,
मानव कठोर परिश्रम करता है, अपना जीवन
जीने के लिये, मानव हर वो संसाधन जुटाने की जग्गो कोशिश करता है, और फ़िर भी मानव भुखा रह जाता है। अपनी सभी महत्वकांक्षाओं को पूरा करने में और दूसरी तरफ हमारे आसपास 84 लाख जीव हैं, जो धन नहीं कमाते हैं और फिर भी वे सुख और आनंद का अनुभव करते हैं। ये जीव प्रकृति के अनमोल हिस्से...
जीने के लिये, मानव हर वो संसाधन जुटाने की जग्गो कोशिश करता है, और फ़िर भी मानव भुखा रह जाता है। अपनी सभी महत्वकांक्षाओं को पूरा करने में और दूसरी तरफ हमारे आसपास 84 लाख जीव हैं, जो धन नहीं कमाते हैं और फिर भी वे सुख और आनंद का अनुभव करते हैं। ये जीव प्रकृति के अनमोल हिस्से...