...

11 views

रिश्ते
हम तो इंसान पैदा हुए थे,
क्यूं फिर हिंदू-मुस्लिम धर्म में बंटने लगे|
स्कूल में तो हम सब दोस्त हुआ करते थे,
फिर क्यूं अब एक दूसरे से कटने लगे|
क्यूं अब ईद की खीर कड़वी लगने लगी,
क्यूं अब दिवाली की झिलमिलाहट,
और होली के रंगों से चुभन होने लगी,
मंदिर की घंटी की आवाज सुनकर..
अच्छा हुआ, घंटी की आवाज से नींद खुल गई,
वरना दिन निकल जाता....
अम्मी जान यह बुदबुदाते हुए उठती थी,
शाम की अजान...