हो रहे जवां
इस तरह बे-हृद हो न देखो
आखिर को तो इंसान हूं ग़लतियों का पुतला
गुनहगार हूं पर चाहो तो, अपने शब्दों से बदल दो
कोई अनाम सी ताकत हर किसी के दिल में बसती है
हृदय के आंदोलन से हुआ था वशीभूत
तकरार करता था खुद से बहूजोर
कोई कारण नहीं की ठुकराया जाऊंगा
अब तक न...
आखिर को तो इंसान हूं ग़लतियों का पुतला
गुनहगार हूं पर चाहो तो, अपने शब्दों से बदल दो
कोई अनाम सी ताकत हर किसी के दिल में बसती है
हृदय के आंदोलन से हुआ था वशीभूत
तकरार करता था खुद से बहूजोर
कोई कारण नहीं की ठुकराया जाऊंगा
अब तक न...