ज़िंदगी
धूप छाँव सी ज़िंदगी है
कभी छाँव में देर तक रहना पड़ता है
तो कभी धूप में जलता पड़ता है
ज़िंदगी में हर मोसम को सहना पड़ता है
जिस तरह हर मोसम एक जैसा सा नहीं...
कभी छाँव में देर तक रहना पड़ता है
तो कभी धूप में जलता पड़ता है
ज़िंदगी में हर मोसम को सहना पड़ता है
जिस तरह हर मोसम एक जैसा सा नहीं...