वो मेरी माँ है
उंगली पकड़ के मुझे चलना सीखाती है ,
मैं गिरती हूँ तो मुझे हाथों से थाम लेती है,
मैं रोती हूँ तो मेरे आंसू पोछ मुझे हँसाती है,
वो मेरी माँ है मुझे हर बला से बचाती है....
कभी मुझे डांट के सही राह दिखाती है,
कभी मेरी दोस्त बन मेरे साथ वक्त बिताती है,
रहती है परेशान पर फिर भी मुस्कुराती है,
बस इसी तरह...
मैं गिरती हूँ तो मुझे हाथों से थाम लेती है,
मैं रोती हूँ तो मेरे आंसू पोछ मुझे हँसाती है,
वो मेरी माँ है मुझे हर बला से बचाती है....
कभी मुझे डांट के सही राह दिखाती है,
कभी मेरी दोस्त बन मेरे साथ वक्त बिताती है,
रहती है परेशान पर फिर भी मुस्कुराती है,
बस इसी तरह...