मर्यादाओं का युग - एक आवश्यकता
त्याग दी सारी ख़्वाहिशें
कुछ अलग बनने के लिए
बहुत कुछ खोना पड़ा
राम से श्री राम बनने के लिए।
प्रतीक्षा है कलयुग मेँ ...
कुछ अलग बनने के लिए
बहुत कुछ खोना पड़ा
राम से श्री राम बनने के लिए।
प्रतीक्षा है कलयुग मेँ ...