24 views
बिछड़ने का दुःख
बिछड़ने का दुःख तो सभी को होता है
ये ज्ञात है, जो बिछड़ा अपना तो था ही नहीं
फिर क्यों मानसिक दुःख होता है
जो अपना है उसे स्वीकर न करना
जो अपना नहीं उसे स्वीकर करना
ये सोच ही हमे मानसिक दुःख देता है
क्यूं बहुत कुछ जानकर भी हम मानते नहीं
सुनो न? मन का उपचार मन ही कर सकता है
© आनन्द
ये ज्ञात है, जो बिछड़ा अपना तो था ही नहीं
फिर क्यों मानसिक दुःख होता है
जो अपना है उसे स्वीकर न करना
जो अपना नहीं उसे स्वीकर करना
ये सोच ही हमे मानसिक दुःख देता है
क्यूं बहुत कुछ जानकर भी हम मानते नहीं
सुनो न? मन का उपचार मन ही कर सकता है
© आनन्द
Related Stories
29 Likes
10
Comments
29 Likes
10
Comments