Solahavaa Saal
Solahavaa Saal
ये सोलहवाँ साल लगा है सोच समझ के हाथ लगाइये
बेशकीमती ये सरकारी माल है सोच समझ के हाथ लगाइये
बड़ा टेढ़ा सवाल है सोच समझ के फैसला कीजिए
कितनी बोतल का नशा
तेरी आंखों में भरा
कोई कितनी पी ले
मयकश खाली ना हुआ
जो पी ले उसे होश कहां
जिसे ना मिले उसका जीना क्या
हाथ आये तो हाथ लगाये ना बने
प्यास बुझाये तो प्यास बुझाये ना मुझे
सूरत तेरी अंखियों को कोमल फूल जैसी लगे
तरसे ये...
ये सोलहवाँ साल लगा है सोच समझ के हाथ लगाइये
बेशकीमती ये सरकारी माल है सोच समझ के हाथ लगाइये
बड़ा टेढ़ा सवाल है सोच समझ के फैसला कीजिए
कितनी बोतल का नशा
तेरी आंखों में भरा
कोई कितनी पी ले
मयकश खाली ना हुआ
जो पी ले उसे होश कहां
जिसे ना मिले उसका जीना क्या
हाथ आये तो हाथ लगाये ना बने
प्यास बुझाये तो प्यास बुझाये ना मुझे
सूरत तेरी अंखियों को कोमल फूल जैसी लगे
तरसे ये...