खामोश रहता हूँ
काम के सिलसले में,
इतना मदहोश रहता हूँ,
कि बस अब बोलने का,
मन न करता
बस अब मैं खामोश रहता हूँ
इक डर है अंदर,
खुद को खोने का,
अपने दुख को,...
इतना मदहोश रहता हूँ,
कि बस अब बोलने का,
मन न करता
बस अब मैं खामोश रहता हूँ
इक डर है अंदर,
खुद को खोने का,
अपने दुख को,...