प्यार की चाहत थी नफरत ही मिली
मिटा रहे हैं आज अपनी ही तकदीर
अपने ही हाथों से,
दिलाने को तो खुद को सारा जहां
दिला...
अपने ही हाथों से,
दिलाने को तो खुद को सारा जहां
दिला...