खामोश मोहब्बत
क्यूँ करती हो तुम मुझसे
इतनी खामोश मोहब्बत
गर करती हो तुम तो बताती क्यूँ नहीं
दुनिया को अपनी खामोश मोहब्बत
दिल के पास रखकर भी मिलों की दुनियां बनायीं क्यूँ तुमने
क्या मैं बुरा हूँ, जो मुझसे इजहार कर तुमने
दुनिया से छुपा...
इतनी खामोश मोहब्बत
गर करती हो तुम तो बताती क्यूँ नहीं
दुनिया को अपनी खामोश मोहब्बत
दिल के पास रखकर भी मिलों की दुनियां बनायीं क्यूँ तुमने
क्या मैं बुरा हूँ, जो मुझसे इजहार कर तुमने
दुनिया से छुपा...