हर वक्त बदलते रंग
हर वक्त बदलते रंग,
कभी हल्के, कभी गहरे
कैसे पहचाने इन्हें
ये नित बदलते चेहरे,
कभी मासूमियत से भरे
दिल को छू जाए
कभी अंगारों की गर्मी
जो पल में जलाए
कुटिल...
कभी हल्के, कभी गहरे
कैसे पहचाने इन्हें
ये नित बदलते चेहरे,
कभी मासूमियत से भरे
दिल को छू जाए
कभी अंगारों की गर्मी
जो पल में जलाए
कुटिल...