...

13 views

ऐसा क्यों ? कैसे हुआ 🤔
इश्क को कहां जगह दे जनाबेआली,
दर्दों-गम से दिल, कब रहा है खाली.

ऐसा क्यों, कैसे हुआ क्या जवाब दे,
दिल में, धड़कन बनी हुई है सवाली.

थमता नहीं आसुओं का सिलसिला,
टूट जाती है रोज़ मेरे सब्र की डाली,

हर कोई ही तोड़े विश्वास की दीवार,
लूटे हुए की कैसी ईद कैसी दिवाली.

ख्वाबों ख्याल भी गए, अवकाश पे,
अब तो काले दिन रातें भी है काली.

दिल को ख्वाहिशों से मिले निजात,
मानसी ने ऐसी तरकीब ना निकाली.

© मानसी