तेरे शहर में
#मयखाने
जब से हुई है मेरी आमद शहर में तेरे
मुझसे रूठे रूठे सारे मयखाने हैं
जब से हुई है मेरी आमद शहर में तेरे
ये बादल बेवफ़ा लगते है,
उम्मीद के धागे भी टूटे टूटे है,
तेरी घर की खिड़की तो...
जब से हुई है मेरी आमद शहर में तेरे
मुझसे रूठे रूठे सारे मयखाने हैं
जब से हुई है मेरी आमद शहर में तेरे
ये बादल बेवफ़ा लगते है,
उम्मीद के धागे भी टूटे टूटे है,
तेरी घर की खिड़की तो...