मुकद्दर,मुहब्बत,,मुश्किल,मुकद्दम,मुकम्मल
#माहौल
मुकद्दर सीयह-बख्त हो तो हर तमन्ना रकीब नजर आती है,,
कितना भी संभालो वक्त की दहलीज पर बिखर जाती है,,
मुहब्बत,,जीन्दगी के फलसफो को औ उलझा रही है,,
सारा जहाँ छोड़कर,,,मुफ्लीस के दिल...
मुकद्दर सीयह-बख्त हो तो हर तमन्ना रकीब नजर आती है,,
कितना भी संभालो वक्त की दहलीज पर बिखर जाती है,,
मुहब्बत,,जीन्दगी के फलसफो को औ उलझा रही है,,
सारा जहाँ छोड़कर,,,मुफ्लीस के दिल...