हिम्मत का बल
दिनों की यसिंह का राज्य था। है जब पंजाब पर सिख महाराजा रणजीत वे महाप्रतापी, शूरवीर और धर्मपालक थे। उनकी वीरता के चर्चे दूर दूर तक थे। आततायी और दुष्ट लोग लोग उनका नाम सुनकर भयभीत हो जाते थे। उनके राज्य की सीमा अफगानिस्तान से नगती थी। उस समय पूरा पाकिस्तान पंजाब प्रांत में ही आता था। सीमावर्ती क्षेत्रों में अफगानी लुटेरे आये दिन घुसपैठ करके लूटपाट करते रहते थे। उस क्षेत्र में सैनिकों की तैनाती कम थी। वे इसी बात का लाभ उठाते थे। एक बार घुसपैठियों ने पेशावर में घुसकर कई दिनों तक लूटपाट मचाई। जब महाराजा रणजीत...