मेरा नया बसेरा
हां दोस्त कुछ ही दिन हुए, आया हूं इस नए घर में मैं,
इसकी गलियां, मोहल्ले ये लोग सबसे वाक़िफ हो लूँ मैं,
भूल नहीं सकता हूँ पिछले घर में बिताए वो सुनहरी पल,
वो एक...
इसकी गलियां, मोहल्ले ये लोग सबसे वाक़िफ हो लूँ मैं,
भूल नहीं सकता हूँ पिछले घर में बिताए वो सुनहरी पल,
वो एक...