कसूर किसका है..
यूही मोहब्बत बदनाम है..
तो फिर कसूर किसका है..
एक लॉज के रूम मे दोनो मे
बहुत से करार हुये...और
सहमतीसे हुये संभोग को,
ना जाणे बलात्कार का नाम क्यो दिया....
आज भी,जाच...
तो फिर कसूर किसका है..
एक लॉज के रूम मे दोनो मे
बहुत से करार हुये...और
सहमतीसे हुये संभोग को,
ना जाणे बलात्कार का नाम क्यो दिया....
आज भी,जाच...