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जिनकी रघुवीर सहाय करे-२
रूची नाम भजे भगवान को बालक,शाला मे जाय प्रचार करे।
वरजत नाही रुक्यो हट्ठी बालक, राम ही राम पुकार करे।
भूप भयंकर कोप कियो तप तेज मे खंभ तैयार करे।
जिनकी रघुवीर सहाय करे, कोउ ओर सहाय करे न करे।।

बाथ भरो तुम आय यहाँ पर देखूँ यहाँ कौऊ पार करे।
मातु कयाधु भरे जललोचन,सुत प्राण बचाओ पुकार करे।
चींटी चलाय दिखाई तहाँ, प्रहलाद के घट विश्वास भरे।
जिनकी रघुवीर सहाय करे,कोऊ और सहाय करे न करे ।।

जाय के बाथ भर्यो खम्भ को तब नाद भयंकर गाज करे।
डोल गई डगमग धरणी खम्भ फार न्रसिंग हुंकार भरे।
प्रहलाद को गोद बैठाय पुनि, हिरणाकुश जाय संहार करे।
जिनकी रघुवीर सहाय करे, कोऊ और सहाय करे न करे।।