तुम मेरी हो
तुम मेरी हो
ये ज़माना जाने ना जाने।
हर पल मेरी रूह को
छूने का हक़ तुम्हारा है।
तुम मेरी हो
सपनों की मिठास हो।
दिल की हर धड़कन में
सिर्फ तुम्हाराही प्यार हो।
© Abhay Dhakate
ये ज़माना जाने ना जाने।
हर पल मेरी रूह को
छूने का हक़ तुम्हारा है।
तुम मेरी हो
सपनों की मिठास हो।
दिल की हर धड़कन में
सिर्फ तुम्हाराही प्यार हो।
© Abhay Dhakate