ना पूछो
कहां गए वो दिन कहां गई वो रात ना पूछो
चैन भी उड़ा के ले गई जो वो बात ना पूछो
गहरे थे ज़ख्म मेरे बस वो वक़्त ने भर दिए
कहां कहां खाई...
चैन भी उड़ा के ले गई जो वो बात ना पूछो
गहरे थे ज़ख्म मेरे बस वो वक़्त ने भर दिए
कहां कहां खाई...