तुमको तकदीर बनाना है...
शोर भरी तन्हाई में जब तुम थी नजर आईं;
दिल की धड़कन बढ़ी जब तुम थी शरमाईं;
बस इक टक देखता रह गया तुमको,
जब बातों ही बातों में तुम यूं थी मुस्कुराईं।
सपने बुनते बुनते मैं पास खिंचा...
दिल की धड़कन बढ़ी जब तुम थी शरमाईं;
बस इक टक देखता रह गया तुमको,
जब बातों ही बातों में तुम यूं थी मुस्कुराईं।
सपने बुनते बुनते मैं पास खिंचा...