डुबना
डूबना ठीक ऐसा होता है
जैसे कहीं खो जाना!
सदियों से प्यासे ताल को
जब बारिश कर देती है सराबोर
तो लगता है जैसे वह कहीं खो गया है।
ठीक वैसे ही
तुम्हारी आँखों में डूबकर
मैं अपना अस्तित्व खो देता हूँ।
जैसे कहीं खो जाना!
सदियों से प्यासे ताल को
जब बारिश कर देती है सराबोर
तो लगता है जैसे वह कहीं खो गया है।
ठीक वैसे ही
तुम्हारी आँखों में डूबकर
मैं अपना अस्तित्व खो देता हूँ।
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