मुझे याद है.....।
हाँ माना मैं भटका था रास्ता ,
पर मंजिल अब भी मुझे याद है।
हाँ माना उड़ रहा था मैं आसमा ,
पर एहमियत जमीं की अब भी मुझे याद है।
हाँ माना करी थी बहुत गलतियाँ ,
पर उन गलतियों से सीखना मुझे याद है।
हाँ माना बनाई थी लोगो ने मुझपे बात,
पर...
पर मंजिल अब भी मुझे याद है।
हाँ माना उड़ रहा था मैं आसमा ,
पर एहमियत जमीं की अब भी मुझे याद है।
हाँ माना करी थी बहुत गलतियाँ ,
पर उन गलतियों से सीखना मुझे याद है।
हाँ माना बनाई थी लोगो ने मुझपे बात,
पर...