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ज्ञान का उदय
जो व्यक्ति मन और दिमाग के बीच चलने वाली गुप्त वार्तालाप को बड़े ध्यान से समझता है, और इस निर्णय पर पहुँच जाता है कि क्या सही और क्या ग़लत, जो ग़लत को फेंक देता है और सही को अपना लेता है, वह उसी क्षण ज्ञानी हो जाता है, वह विवेकी हो जाता है । मन और दिमाग़ के बीच चलने वाली बात को उचित उचित समझना ही मोक्ष है ।।
© 🌍Mr Strength
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