माही तुम्हें ख़बर कहाँ
ओ मेरे माही तुम्हें ख़बर कहाँ है
दिल तेरे पास और जिगर यहाँ है
ख़्वाबों ख़याल में हो तुम हर रोज़
यादों से अब सुकून मगर कहाँ है
ये अँधेरा और...
दिल तेरे पास और जिगर यहाँ है
ख़्वाबों ख़याल में हो तुम हर रोज़
यादों से अब सुकून मगर कहाँ है
ये अँधेरा और...