...

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❣️TUM❣️
तुम अर्थ, तुम्हीं हो सार जीवन का,
तुम ही पारावार जीवन का..
जिसे 'देव' बनाकर पूजा तुमने,
वो पुष्प नहीं गुलज़ार चमन का..

जिस ब्रह्ममुहूर्त प्रणय मिलन की,
है आस निरंतर 'सय्याही' सी..
हो जाएंं दोनों पूर्ण समर्पित,
तब हो कुछ उद्धार जीवन का..
𝖘𝖍𝖆𝖐𝖙𝖎

( सय्याही- निरंतर चलने वाला)
© #socialsaintshakti