!! रात सोती क्यूं नहीं !!
रात सोती क्यों नहीं और
सितारे क्यूं मेरी राह देखते रहते है
यादें तुम्हारी क्यूं सताने चली आती हैं
जिस रहगुज़र पर चले थे
हम कभी हमसफ़र बनकर
वो राह तो कहकशाँ की
रोशनी में...
सितारे क्यूं मेरी राह देखते रहते है
यादें तुम्हारी क्यूं सताने चली आती हैं
जिस रहगुज़र पर चले थे
हम कभी हमसफ़र बनकर
वो राह तो कहकशाँ की
रोशनी में...