बेटी का बाप
क्या इतना बुरा है
इस जग में होना बाप एक बेटी का
हर बार क्यू झुके सर
गैरो के आगे एक बेटी के बाप का
क्यों अपनी बेटी की खुशियों के लिए
भीख मागे अत्याचारियों के आगे
एक हारा बाप
रात रात भर जागती है आखे
देख लकीरें चिंता की
जिसके एक मुस्कान पर
कभी वारा था सब कुछ
आज बेबस है उसकी आंखे
देखने को आंसू बेटी के आंखो के
पैदा होने पर बेटी के
सजा लिए अरमान उसकी डोली का
सपनो के लिए दिया आसमां तारो का
मगर...