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रहने दिया
#रहने-दिया
दौड़-धूप बहुत होती मिलता कुछ नहीं
जो छूटा जहां उसको वहीं रहने दिया,
समय का रास्ता तो नहीं रोक पाया
जो जैसे होना तय था, होने दिया;
लेकिन जब चाहा हंसा जब चाहा रोया
एहसासों का दरिया खुले में बहने दिया,
बहुत आये अपने महलों में ले जाने
लेकिन ये फक्कड़ अपनी झोपड़ी में जिया
© VK
दौड़-धूप बहुत होती मिलता कुछ नहीं
जो छूटा जहां उसको वहीं रहने दिया,
समय का रास्ता तो नहीं रोक पाया
जो जैसे होना तय था, होने दिया;
लेकिन जब चाहा हंसा जब चाहा रोया
एहसासों का दरिया खुले में बहने दिया,
बहुत आये अपने महलों में ले जाने
लेकिन ये फक्कड़ अपनी झोपड़ी में जिया
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