गलती
माना गलती मेरी थी
बस यही बात मुझे खलती थी,
रोया था कई रात मै
सुबह शाम जिसकी चलती थी ,
मुझे रुलाया सरेआम
क्या मुझे कोई बताएगा मेरी क्या गलती थी,
हसता...
बस यही बात मुझे खलती थी,
रोया था कई रात मै
सुबह शाम जिसकी चलती थी ,
मुझे रुलाया सरेआम
क्या मुझे कोई बताएगा मेरी क्या गलती थी,
हसता...