हाय यह महंगाई...🙄😔😖😅
हाय हाय रे महंगाई।
लिखना चाहा तुझ पर,
हाय पर लिख ना पाई।
पैसे कागज खरीदने को नहीं,
हुई पहुँच के बाहर स्याही|
हाथों से बच्चों के गई टॉफी,
और गई चीन मुंह से मिठाई|
हाय हाय रे महंगाई।
लिखना चाहा तुझ पर,
हाय पर लिख ना पाई।
ठेकेदारों ने भरके माल गोदामों में,
दिखाई खूब चतुराई;
जब ना होगा बाजारों में माल,
होगी इनकी काले धनो की कमाई|
हाय हाय रे महंगाई।
लिखना...
लिखना चाहा तुझ पर,
हाय पर लिख ना पाई।
पैसे कागज खरीदने को नहीं,
हुई पहुँच के बाहर स्याही|
हाथों से बच्चों के गई टॉफी,
और गई चीन मुंह से मिठाई|
हाय हाय रे महंगाई।
लिखना चाहा तुझ पर,
हाय पर लिख ना पाई।
ठेकेदारों ने भरके माल गोदामों में,
दिखाई खूब चतुराई;
जब ना होगा बाजारों में माल,
होगी इनकी काले धनो की कमाई|
हाय हाय रे महंगाई।
लिखना...