तेरे आने की खुशी में
न जाने कब आयेगी मेरी जन्नत इन तड़पती बाहों में।
तेरे आने की खुशी में हमने दिल बिछाया है राहों में।
फूलों-ओ-कलियों से राह का कतरा-कतरा सजाया है,
राहिल खुद ही जाना चाहता है मंज़िल की पनाहों में।
ना...
तेरे आने की खुशी में हमने दिल बिछाया है राहों में।
फूलों-ओ-कलियों से राह का कतरा-कतरा सजाया है,
राहिल खुद ही जाना चाहता है मंज़िल की पनाहों में।
ना...