...

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अपराध
#अपराध
मन मौन व्रत कर अपराध करता है
किस भांति देखो आघात करता है
व्यंग पर गंभीरता का प्रहार करता है
मन मौन व्रत कर अपराध करता है
न सोचता न विचार करता है
मन देखो कैसे मूक बधीर हो
प्रहार करता है न आभार करता है
न व्यापार करता है बस वो केवल
हर किसी का प्रतिकार करता है
पड़ जाता है जब बुद्धियों पर पर्दा
तो अकारण भी हमसे बस और
बस अपराध होता जाता है।
@wrtico @unlu.io
#TheWritingProject