...

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तुम आओगी तो सुनाऊंगा
#इंतजार
लिखा है कुछ तेरे लिए
तुम आओगी तो सुनाऊंगा
आगोश मे तेरे सिर रखकर
में आलम मेरा बताऊंगा
एहतराम जिंदगी भर करू तेरा
मै तुझे ना कभी रूलाऊंगा
लिखा है कुछ तेरे लिए
तुम आओगी तो सुनाऊंगा
राबता मेरा तुझसे सूफी यारा
इसे रूहानी हमैशा बनाऊंगा
तुम चाहोगी गर कुरबत मे रहूँ तेरे
तो पूरी दुनिया को ठुकराऊंगा
लिखा है कुछ तेरे लिए
तुम आओगी तो सुनाऊंगा
जिंदगी करे बेवफाई संग तेरे
तो खुदा से लड जाऊंगा
जो कम पडेगी सांसे तेरी
तो मेरी उम्र दे जाऊंगा
करम बरसे खुदा का हरदम
मैं हरदिन तुझको चाहूंगा
लिखा है कुछ तेरे लिए
तुम आओगी तो सुनाऊंगा
मेरा रहगुज़र यारा तु है
मै मंजिल तुझको बनाऊंगा
चांद को गुमां है जितना भी नूर पर
मैं तेरा दीदार ए अक्स कराकर सब मिटाऊंगा
लिखा है कुछ तेरे लिए
तुम आओगी तो सुनाऊंगा
शब होने को आई यहाँ अब तो आ जाओ
वरना पूरी रात निंदो को तडपाऊंगा
आंखे कहेगी थोड़ा तो बंद कर जालिम हमे
पर मै फिर भी आंखों से नींदे ऊडाऊंगा
तु है नहीं जिंदगी मे मेरे
पर मै तो जिंदगी तुम्हे बताऊंगा
लिखा है कुछ तेरे लिए
तुम आओगी तो सुनाऊंगा
तुम तसव्वुर में रहो या हकीकत मे
मै तुमको तज्जली ए जिंदगी बताऊंगा
लिखा है कुछ तेरे लिए
तुम आओगी तो सुनाऊंगा
© utsav kuldeep