...

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aashas
एहसास।

तेरा एहसास
आज भी सांसो में
समाया हुआ है।

सांस लेना नहीं
भूलते वैसे हम तुम्हें
भी नहीं भूलते ।

सांस को क्या
हम जताते हैं कि तुमसे
ही जिंदा है।

भूलने की कोशिश में
हर बार और याद आते
जब जब हम भुलाते हैं।

भुलाने की नाकाम
कोशिश में अब याद
करना छोड़ दिया है।

हर एक सांस के एहसास
लगता है तुम करीब हो
नहीं ढूंढती कान्हा तुम्हें
आसपास।

जो अंदर है जो साथ
हर पल जिसका
एहसास है।

वह कस्तूरी हो
जो मेरे मन में बसे हो।
अब नहीं तेरी तलाश है।

अब तो जारी
खुद से खुद की
तलाश है।।

Bless Evening 🌻🌺💐🌸❤️