ऐ ज़िन्दगी सुन अभी तक मैं हारा नहीं हूँ
ऐ ज़िन्दगी सुन अभी तक मैं हारा नहीं हूँ
थकन से जितने गिरे मैं उन जैसा बेचारा नहीं हूँ
तेरी बेरहमी ने न जाने कितने खुवाब लुटे हैं
मुझे खुद पर भरोसा है नकारा ...
थकन से जितने गिरे मैं उन जैसा बेचारा नहीं हूँ
तेरी बेरहमी ने न जाने कितने खुवाब लुटे हैं
मुझे खुद पर भरोसा है नकारा ...