हम भाग्य से लड़ पढ़े चल पड़े तो चल पड़े
हम भाग्य से लड़ पढ़े
चल पड़े तो चल पड़े
न सोचा कितनी मुसीबतें
दरवाजे पर खड़ी होगी
न सोचा की अपनो से
दूरियां भी बढ़ी होंगी
न सोचा था कि खुद से
ही कई बार लड़ना पड़ेगा
लेकिन फिर भी बिन रुके
आगे...
चल पड़े तो चल पड़े
न सोचा कितनी मुसीबतें
दरवाजे पर खड़ी होगी
न सोचा की अपनो से
दूरियां भी बढ़ी होंगी
न सोचा था कि खुद से
ही कई बार लड़ना पड़ेगा
लेकिन फिर भी बिन रुके
आगे...