आपसी बैर मत करो
दिल से रंजिशें निकाल दो यारो
बैर रखने का कोई मतलब नही
दुश्मनी से शत्रुता बढ़ती चली जायेगी
एक नई विपदा जन्म लेती चली जायेगी
गर कभी जरूरत पड़ेगी तुम्हे उनकी
तुम्हारे बीच एक अहम की दीवार खड़ी हो जाएगी
हो सके तो थोड़ा तुम्ही झुकलो
अपनो को अपनी ओर करलो
समय का कुछ पता नही कब किसको क्या हो जाये
जो आज तुम्हारा है कल किसी और का हो जाये
तोड़ कर बैर सारे एक ओर कदम बढ़ाओ
बोलकर मीठी वाणी तुम सबको अपनी ओर कर ले जाओ
© Bhanu
बैर रखने का कोई मतलब नही
दुश्मनी से शत्रुता बढ़ती चली जायेगी
एक नई विपदा जन्म लेती चली जायेगी
गर कभी जरूरत पड़ेगी तुम्हे उनकी
तुम्हारे बीच एक अहम की दीवार खड़ी हो जाएगी
हो सके तो थोड़ा तुम्ही झुकलो
अपनो को अपनी ओर करलो
समय का कुछ पता नही कब किसको क्या हो जाये
जो आज तुम्हारा है कल किसी और का हो जाये
तोड़ कर बैर सारे एक ओर कदम बढ़ाओ
बोलकर मीठी वाणी तुम सबको अपनी ओर कर ले जाओ
© Bhanu