दिल की बात
आज का दिन उनके लिए बहुत खास है।
खुश तो है, पर कहीं ना कहीं उदास है।।
दूसरे घर भेजने का उन्हें बहुत ही गम हैं।
अपनी जान को अलग कर रहे हैं, देखो कितने महान है।।
बचपन से ऐसे रखा था उसको, मानों कोई अनमोल रत्न हैं।
अब देखो कैसी घड़ी है, खुशी खुशी करना पड रहा कन्या दान है।।
पापा जिसे प्यार से बुलाते थे झुमुरी टुकमूसी।
देखो उन्हें आज देनी पड रही हैं, किसी को अपनी खुशी।।
मम्मी जो हमेशा से थी बहुत स्ट्रॉंग, आज उनकी आँखे भी है नम।
वो बोल नहीं रही कुछ पर साफ साफ दिख रहा है उनका गम।।
तेरे बारे में क्या बोलूँ तू छोटा होके भी मुझसे बड़ा है।
मेरे हर कदम पर तु हमेशा मेरे साथ खड़ा हैं।।
मैं बैठी थी, देख रही थी सबको तबसे।
सब चुप थे, पर कुछ ना कुछ कह रहे थे मुझसे।।
© psycho
खुश तो है, पर कहीं ना कहीं उदास है।।
दूसरे घर भेजने का उन्हें बहुत ही गम हैं।
अपनी जान को अलग कर रहे हैं, देखो कितने महान है।।
बचपन से ऐसे रखा था उसको, मानों कोई अनमोल रत्न हैं।
अब देखो कैसी घड़ी है, खुशी खुशी करना पड रहा कन्या दान है।।
पापा जिसे प्यार से बुलाते थे झुमुरी टुकमूसी।
देखो उन्हें आज देनी पड रही हैं, किसी को अपनी खुशी।।
मम्मी जो हमेशा से थी बहुत स्ट्रॉंग, आज उनकी आँखे भी है नम।
वो बोल नहीं रही कुछ पर साफ साफ दिख रहा है उनका गम।।
तेरे बारे में क्या बोलूँ तू छोटा होके भी मुझसे बड़ा है।
मेरे हर कदम पर तु हमेशा मेरे साथ खड़ा हैं।।
मैं बैठी थी, देख रही थी सबको तबसे।
सब चुप थे, पर कुछ ना कुछ कह रहे थे मुझसे।।
© psycho