...

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ब्यूटी लव
वो बात बात पे शर्त की बात कहते है
मैं देखता रह जाता हूं
किस ख्याल में होकर गुम
जब ये वो कहते हैं

अरे जां निसारी थी मेरी मत मारी थी
दिवानगी के कदम थे खिंचे ले चलते दर उनके
और किस ख्याल में डूबे हम बहते चले जाते थे
यह वक्त न बहता था शाकीय हो रूक जाता था
पता तो तब चलता, चिंगारी सी कोई आ चुभती
और देखते हम, अब तो हो चुकी जेब खाली थी

किसी शमां सी तुम चमकती रहती
बातें जाने थी कितनी दिल में तुम्हारे
जैसे तुम कोई जादू की पिटारी थी
कहते चले जाते थे तुम
शोला से भड़कते हुए
दबी सी कहीं मानों कोई चिंगारी थी.....।
© सुशील पवार